उस कलाम के देश में धर्म की ठेलम ठेल ,
गीता साथी कुरान की जिसने रची थी रेल ....
राज्यों के बँटवारे की लगी हुई है सेल ,
अपने देश की दुर्दशा देखो भाई पटेल ....
शास्त्री तेरे देश में कृषक बने हैं बैल ,
उद्योगपति शासक हुए पीते पैसा तेल ....
भीमराव तेरे देश में आरक्षण बना चुड़ैल ,
अमीर और अमीर हुए निर्धन रहा है झेल ....
भगत सिंह के देश में राष्ट्रद्रोह का मैल ,
सरकारें मुर्दा हुईं पुलिस प्रशासन फेल ....
गाँधी के इस देश में प्रेम गया अब जेल ,
मारो काटो घर जलाओ जारी खूनी खेल ...