भेज दो

रंग लिए कुछ पलाश ही भेज दो,
खुशबु लिए कुछ आस ही भेज दो,
समा न सको जो मेरे आँचल में,
तो एक टुकड़ा आसमां भी भेज दो।

भीगी भीगी थोड़ी बारिश भेज दो,
मीठी मीठी थोड़ी ख्वाहिश भेज दो,
टुट न सके कभी जो मेरे आँखों से,
ऐसे सपनो की  साज़िश ही भेज दो।

एक गीली गीली सी मुस्कान भेज दो,
तुझे देख लूँ ये अहसान ही भेज दो,
बिखर न जाये कभी मेरे आह से
तुझ तक पहुँचे वो परवान ही भेज दो।


तारीख: 06.06.2017                                    कृष्णा राठौर









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