बहुत महान हूँ मैं

हिंदुस्तान हूँ मैं....
कहते थे ,कहते हैं ,
बहुत महान हूँ मैं ....

लुट गया सोमनाथ 
ले गए कोहिनूर  
तो भी मालामाल हूँ मैं ......

वेद, पुराण, उपनिषद् 
या हो मंगल यान 
बस ज्ञान हूँ मैं .......

पिछड़े हुए पछाड़ देंगे 
एक बड़ी  सुनामी का 
छोटा सा पैगाम हूँ मैं .........

साक्षर हो गए है कुछ 
अनपढ़ों से खुदाकसम 
बहुत परेशान हूँ मैं .........

न चीन , न पाकिस्तान 
Loc सुलझाने मेँ
मुसलसल नाकाम हूँ मैं........

शिवालय की घंटी 
गुरूद्वारे की वाणी 
मस्जिद की अज़ान हूँ मैं ......

हिंदुस्तान हूँ मैं....
कहते थे ,कहते हैं , बहुत महान हूँ मैं ....


तारीख: 23.06.2017                                    रेखा राज सिंह









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