हुआ हूँ गुमशुदा

"हुआ हूँ गुमशुदा मुझको कहीं तो ढूँढ़ तुम लेना !
कहाँ हो तुम बता देना या मुझको ढूँढ़ तुम लेना !!
तुम्हारी आस में तुमको है ढूढ़ा दर- ब-दर मैंने ;
मुझीको आस में मेरे कभी तो ढूँढ़ तुम लेना !!1


"मुहब्बत में बना था जो वो रिश्ता भी अधूरा था !
हमारे ख्वाब का हर एक हिस्सा भी अधूरा था !!
अधूरेपन को पूरा हम सदा जीते रहे लेकिन ;
कहानी भी अधूरी थी वो किस्सा भी अधूरा था !!२


तारीख: 23.06.2017                                     देव मणि मिश्र









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