गला रूंध गया, अश्रु झड़ गए, जब भी तुम मुझे याद आए ।
दिल की बगिया, बंजर हो गई, तितली, भ्रमर सब हुए पराए ।
तुझमें और पतझड़ में बस मैं, फ़र्क, सच कहूँ इतना है । उसका आना जो कर जाए, तेरा न आना कर जाए ।।
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