प्रेम में पड़े लोग,
प्रेम के समय,
जब दोनों साथ थे,
और बिछड़ जाने पर,
जब दोनों के रास्ते,
होते हैं अलग,
लिखते है ख़त।
बस फर्क होता है,
तो इनके नाम में।
प्रेम के समय,
लिखे गए ख़त,
कहलाते हैं,
'प्रेम-पत्र'
जब दोनों लिखते हैं,
एक-दूसरे को,
अंतहीन प्रेम के भाव से,
और भेजते हैं,
अपने प्रिय को,
उसके चेहरे,
पर मुस्कान के लिए।
और बिछड़ जाने पर,
लिखे जाने वाले,
वहीं ख़त कहलाते हैं,
कभी 'कविता','नज़्म',
या बन जाती है 'शायरी',
जो लिखी जाती है,
किसी एक के द्वारा,
अपने चेहरे का दर्द,
छुपाने के लिए,
जिन्हें वह अपने प्रिय को,
भेज नहीं सकता।