मुझे अच्छा लगता

मुझे अच्छा लगता गर तुम मुझे सुंदर कहते और हम साथ हंसते कर पुरानी बात 

मुझे अच्छा लगता गर तुम मेरे माथे से बालों की लट हटाते और माथे पर लेते हलकी सी चुम्बन 

मुझे अच्छा लगता गर तुम मुझे बाग़ की सैर कराते और मेरे कमर के गिर्द डालते अपनी बाहें  

मुझे अच्छा लगता गर तुम साथ सूरज अस्त होता देखते और सागर की लहरो को करते स्पर्श 

मुझे अच्छा लगता गर तुम मेरे लिए एक गीत गाते और उसमे खो कर तुम्हे देख मुस्काती  

मुझे अच्छा लगता गर तुम आलिंगन कर छोड़ जाते खुशबू  तुम्हारी और  मैं महकती दिनभर

मुझे अच्छा लगता गर तुम भेजते मेरी पसन्दीदा फूलों का  गुच्छा और मैं होती रोमांचित देखकर 

मुझे अच्छा लगता गर तुम अपनी समस्या करते साझा और मैं भी रखती अपने विचार 

मुझे अच्छा लगता गर तुम मेरे सामने रोने से नहीं कतराते और मैं बनती तुम्हारी संबल 

मुझे अच्छा लगता गर तुम दिन के मध्य मैं मुझे फ़ोन करते और कहते तुम्हे है मुझसे प्यार 

मुझे अच्छा लगता गर तुम पहले की तरह समय देते और महसूस कराते की मैं हु सबसे ख़ास 

मुझे अच्छा लगता गर तुम ये सब खुश हो करते और जताते की

मैं हु सिर्फ तुम्हारी और तुम हो मेरे सिर्फ मेरे


तारीख: 19.09.2017                                    "नीलम"









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