उम्र गुजरेगी इस बहाने से

उम्र गुजरेगी इस बहाने से,
तेरी गली में आने जाने से,
तेरे दिल में तेरी आँखों से उतर जाऊंगा,
नज़र मिली अगर मिलाने से।
उम्र गुजरेगी इस बहाने से....

मेरा मन मानता नहीं तू किसी और की है,
बड़ा कमबख्त है, न मानता मनाने से।
जब तलक आसमां ज़मीं है, तुझे चाहेंगे,
रूह मिटती नहीं है जिस्म को मिटाने से।

तेरी आँखों में किसी ख्वाब सा बस जाऊंगा,
तुम मुझे भूल न पाओगी यूँ भुलाने से।
बंद आँखे कर जो हाथ छोड़ जाते हैं,
वो आते नहीं हैं, फिर कभी बुलाने से।

उम्र गुजरेगी इस बहाने से,
तेरी गली में आने जाने से,
तेरे दिल में तेरी आँखों से उतर जाऊंगा,
नज़र मिली अगर मिलाने से।
उम्र गुजरेगी इस बहाने से....


तारीख: 02.07.2017                                    विजय यादव









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