मै बड़ा हो गया हूँ

हमेशा हिम्मत और positive thinking की बात करने वाले पापा , जब बेबसी और थकान भरी आवाज में कहते हैं कि " बेटा अब थोड़ी बहुत तबीयत खराब ही रहेगी ... उम्र जो हो गई है | तब लगता है कि मैं बड़ा हो गया हूं.....

घर की problems को मुझसे छुपाने की बजाय अब  जब खुलकर मुझसे ही discussion होता है , तब लगता है कि मैं बड़ा हो गया हूं.....

माँ के आंचल में दुनिया भर की सभी बलाओं से सुरक्षित मैं जब उनके मुंह से यह सुनता हूं कि " शुभम के साथ जा रही हूं तो दिक्कत कैसी " तब लगता है कि मैं बड़ा हो गया हूं ....

घर से daily कम से कम एक बार फोन आने की परंपरा जब कभी भी टूट जाती है तब लगता है कि मैं बड़ा हो गया हूं ....

मेरी छोटी से छोटी चीजों को खुद खरीदने वाले पापा जब मेरे expensive खर्चों को नजरअंदाज करते हैं तब लगता है कि मैं बड़ा हो गया हूं .....

किसी रिश्तेदारी की शादी में buy one get one free वाले offer के तहत किसी के भी साथ लटक लेने वाले हम से आज जब यह पूछा जाता है कि फलाने की शादी में क्या उपहार दिया जाए तब लगता है कि मै बड़ा  हो गया हूं....

मात्र 2 घंटे के सफर में 10 बार घर वालों के फोन आने की संख्या आज जब 24 घंटे के सफर में भी दहाई का आंकड़ा पार किए बिना ही दम तोड़ देती है ....तब लगता है कि..........😢😢😢😢


तारीख: 27.08.2017                                    शुभम सूफ़ियाना









नीचे कमेंट करके रचनाकर को प्रोत्साहित कीजिये, आपका प्रोत्साहन ही लेखक की असली सफलता है