वही बातें वही रातें -'मुक्तक'

वही बातें वही रातें यही राहों में है अबतक !
वो जिससे साँस चलती है वही साँसों में है अबतक !!
वो हँसता एक चेहरा जो नहीं भूला अभी तक मैं ;
मेरी आँखों में है अबतक, मेरी यादों में है अबतक !!1

हो के बादल जो धरती पर बरस जाओ तो अच्छा हो !
हमारे आँख से दिल तक जो तुम आओ तो अच्छा हो !!
यही इक बात होने से हसीं दुनिया ये हो जाये ;
तुम्हारे हम हमारे तुम जो बन जाओ तो अच्छा हो !!2
            


तारीख: 12.06.2017                                     देव मणि मिश्र









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