उस दिन एक बूढ़ी औरत
कोशिश कर रही थी, सड़क पार करने की
काफी रेला था सड़क पर वाहनों का
सो पार करने में घबरा रही थी वह
मैंने भी उसे देखा था
सोचा कि हाथ पकड़ कर पार करा दूँ
मेरी सोचा-विचारी में ही
उसने अपने कदम बढ़ा दिए
और एक गाड़ी ने उसे टक्कर मार दी
वृद्धा ने भी दम तोड़ दिया शायद
मैंने दृश्य देखा, फिर आगे बढ़ चला
ऊपरवाले को शुक्रिया कहा
बच गए, नहीं तो आज उसे बचाने के फेर में
मैं भी जाता
मैं उसकी मदद करता
तो क्या वो बच जाती?