सिखाया जाता है हमें


सिखाया जाता है हमें  बड़े सपने ना सजाना घर की और ध्यान बढ़ाना।

सिखाया जाता है हमें  अपनी परवाह से ज्यादा दूसरो की फि़क्र मे जलना।

सिखाया जाता है हमे खाना बनाना , घर संभालना इन दायरो मे रह जाना।

सिखाया जाता है हमे अपने सपनो का मकान खुद तोड़ लेना फिर भी मुस्कुराते रहना।

 

सिखाया जाता  है हमे बेड़ीयों मे उमर भर रहना फिर भी कुछ ना कहना।

सिखाया जाता है हमे लड़की तो लड़की है इस कथन को प्रतिपल सत्य साबित करना।

सिखाया जाता है हमे किसी भी चीज के लिऐ जिद जुनुन ना दिखाना बस समझोता करते जाना ।

सिखाया जाता है हमे हँसना भी दायरे मे रहकर दाँत दिखाकर ना हँसना  बस होंट हिलाकर हँस लेना।

 

सिखाया जाता है हमे चार दीवार मे केद रहना और इसी तरह जीवन का आनन्द लेना ।

सिखाया जाता है हमे खुद को बदलना भी दुसरो के लिऐ उन्के मुताबिक रह जाना।

सिखाया जाता  है हमे अपनी जिंदगी मार लेना दुसरो की खातिर पर दुसरो की पावंदी ना मारना अपनी खुशी की खातिर।


तारीख: 21.10.2017                                    मनीषा राय









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