मैं कविता


मैं शिकायत नहीं सवाल करती हूँ
लड़ाई नही समाधान के लिए अग्रसर करती हूँ
रफ्तार नही गति का महत्व समझाना  चाहती हूँ
क्योंकि मैं
कविता के साथ-साथ
समाज का आईना  और परछाई भी हूँ
जीवन की रफ्तार को संस्कारों में पिरोना चाहती हूँ
जिससे रफ्तार समाज का मार्गदर्शन कर सके
शिकायत को सवालों में तब्दील कर
समाज को चेतना चाहती हूं
युद्ध को समाप्त कर समझौते का पथ खोलना चाहती हूं।
 


तारीख: 18.08.2019                                    अंजु राणा




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