था एक दिन जब हसते थे हम था उनका साथ जिसपे मरते थे हम ,
न जाने क्या हुआ क्यूं ख़फा हो गयी वो ,
मैं रोता रहा कुछ भी न कहा
बस अपनी बेवकूफियों पर हँसता रहा ,
समझा था -- कि दिल लगाना आसान है
मगर कमबख्त-- दिल तोड़ना आसान हो गया |||
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