नदी की धार

 

दुख की धार
सुख की धार बन जाती है
धरातल की सतहों पे
बहती नदी 
जब समुन्दर की तलहटों में जाकर
मिल जाती है।


तारीख: 21.10.2017                                    मीनल









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