भीनी भीनी फिजां छलकते जाम मिलेंगे ।
वादा करके गये आज की शाम मिलेंगे ।।
नामावर ने फेंक दिये पैगाम सभी के ।
जाने किसके नाम किसे पैगाम मिलेंगे ।।
ये दर की दीवार आशियां खस्ता हाली ।
टूटे सायेवान इसी के दाम मिलेंगे ।।
जो रिश्ते बदनाम हुये दुनिया दारी के ।
मयखाने में यार साक़ियो जाम मिलेंगे ।।
बिगड़े दिल मदहोश किसी की सुनते कब हैं ।
वह सारे इल्ज़ाम हमारे नाम मिलेंगे ।।