मेरी सांसों पे तेरा नाम लिखा
अब तुझको भुलाऊँ मैं कैसे ।
प्यार तुझी से करता हूँ
मैं रोज़ तुझी पे मरता हूँ
लाख करूँ कोशिश पर मैं
दुनिया से छिपाऊं मैं कैसे ।
मेरी सांसों पे तेरा नाम लिखा
अब तुझको भुलाऊँ मैं कैसे ।
हर रात ख़ाबों में आती है
इतना क्यू मुझको तड़पाती है
सामने तू है लेकिन सजनी
गले तुझको लगाऊं मैं कैसे ।
मेरी सांसों पे तेरा नाम लिखा
अब तुझको भुलाऊँ मैं कैसे ।
तू सबको अच्छी लगती है
दिल की सच्ची लगती है
फिर भी न जाने बात है क्या
तेरी मांग सजाऊँ मैं कैसे ।
मेरी सांसों पे तेरा नाम लिखा
अब तुझको भुलाऊँ मैं कैसे ।
न जाने कितना कतराती है
मेरे प्यार पे वो इतराती है
करती है प्यार मुझे कितना
दुनिया को बतलाऊं मैं कैसे ।
मेरी सांसों पे तेरा नाम लिखा
अब तुझको भुलाऊँ मैं कैसे ।