हाइकु-किसान

१-
जल्दी उठना
परिधान का मान
स्रोत शक्ति का

२-
भाग्य बनाया
पसीने से नहाया
मूंछों पे ताव

३-
मिट्टी स्वर्ण है
हलधर कारक
प्रसन्न मुद्रा

४-
आपदा झेले
प्रकृति की थपेड़े
आंख नम है

५-
आर या पार
क्षति पूर्ति से प्यार
त्याग की रार

६-
ए! हलधर
हल-बैल हैं पांव
अतुल्य गति

७-
बादल देखा
मन मे लड्डू फूटा
वर्षा सुकूँ की

८-
सोंधी ख़ुशबू
बारिश होने पर
वतन की मिट्टी

९-
ओला पड़ना
दिल पर पत्थर
हृदय रोता

१०-
बैल को पूजे
दिल एक दूजे के
सच्चा साथी है

११-
सारे मौसम
महसूस करता
ख़ुशी का डर

 


तारीख: 18.04.2024                                    ज़हीर अली सिद्दिक़ी






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