१-
जल्दी उठना
परिधान का मान
स्रोत शक्ति का
२-
भाग्य बनाया
पसीने से नहाया
मूंछों पे ताव
३-
मिट्टी स्वर्ण है
हलधर कारक
प्रसन्न मुद्रा
४-
आपदा झेले
प्रकृति की थपेड़े
आंख नम है
५-
आर या पार
क्षति पूर्ति से प्यार
त्याग की रार
६-
ए! हलधर
हल-बैल हैं पांव
अतुल्य गति
७-
बादल देखा
मन मे लड्डू फूटा
वर्षा सुकूँ की
८-
सोंधी ख़ुशबू
बारिश होने पर
वतन की मिट्टी
९-
ओला पड़ना
दिल पर पत्थर
हृदय रोता
१०-
बैल को पूजे
दिल एक दूजे के
सच्चा साथी है
११-
सारे मौसम
महसूस करता
ख़ुशी का डर