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ग़जल / शायरी - पढ़िए हमारी नयी रचनाएं
खाली पन्नों में शब से न जाने किसका नाम ढूँढता हूँ - आयुष राय
जन्नत थी पास अपने ऐसा नशा था उनका - आयुष राय
मैं तन्हा आज भी चलता हूं - आयुष राय
बेमौसम - आयुष राय
मेरे प्यार का वो बचपन अब जवां हो गया था - आयुष राय
छोटीबड़ी दीवार गिरा दें हम - महेश कुमार कुलदीप
आँगन में धूप उतर रही है - महेश कुमार कुलदीप
दिल के अहम जला के मिल - महेश कुमार कुलदीप
उसके जाने से मासूम दिल मेरा इस कदर वीरान हो गया - राज भंडारी
ये ना समझ कि हमको गम नहीं - महेश कुमार कुलदीप
फिर रुलाने तेरा ख़्वाब आया - महेश कुमार कुलदीप
दर्द देकर मुझे मुस्कुराता है वो - महेश कुमार कुलदीप
बुझती शमा - राज भंडारी
दोस्ती का यकीन - राज भंडारी
खुदा की रेहमत - राज भंडारी
मेरी कलम, मेरा मन - राज भंडारी
इबादत - राज भंडारी
बातें जरा तुम उसकी सुनो - आयुष राय
दिल में सौ दर्द पाले बहन-बेटियां - ओमप्रकाश यती
मेरा जो ये दिल है अब जाने किसका है - मुंतज़िर
इश्क-ए-मुंतज़िर - मुंतज़िर
मैं ऊँचे गगन को छोड़ ज़मीं की बात करता हूँ - कुणाल
अहद-ए-वफ़ा - आयुष राय
पत्थर होगा वो जिसे प्यार ना हो - आयुष राय
हमारी शोहरतें उन्हें अब रास नही - आयुष राय
कोई रुकता है संभलता है फिर भी आगे बढ़ता है - आयुष राय
जीवन को हरा बनाने दो - महेश कुमार कुलदीप
फिर शाम ढलने को है - महेश कुमार कुलदीप
अपना तो एक ही उसूल है - महेश कुमार कुलदीप
कुछ नए-पुराने बहाने दो ज़रा - महेश कुमार कुलदीप
उनकी महफिल के हम भी तलबगार है - महेश कुमार कुलदीप
अजीब शहर है यारो - महेश कुमार कुलदीप
वफ़ा के मायने - राज भंडारी
ग़म कैसे कैसे - राज भंडारी
मश्वरा - राज भंडारी
उजालों की ओर - राज भंडारी
तकदीर का रोना रोते हो - आयुष राय
यकीन, इंसानियत पे - राज भंडारी
इक नया इन्क़लाब - मुंतज़िर
दिल नही मेरा संभल रहा है - साधना सिंह
पुराने पड गये है शब्द - रामकृष्ण शर्मा बेचैन
ये सिलसिला रात भर यूं ही जारी रहने दो - नितिन धामा
मौसम ने बदलने की कसम खाई है - करन सहर"
टोना कौन सा किया तौबा - ऋषभ शर्मा रिशु
मैं भला तुझसे मुहब्बत न करूं तो क्या करूं - ऋषभ शर्मा रिशु
जहाँ हो राज जनता का बगावत कौन करता है - ऋषभ शर्मा रिशु
प्यार मुझसे जता रहा है कोई - ऋषभ शर्मा रिशु
मेरी हंसी में तुम मेरी हर एक घड़ी में तुम - ऋषभ शर्मा रिशु
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