तो चलेगा क्या

मुस्कुराहटों को मैं तेरी,अपनी ख्वाहिश बना लू 
तो चलेगा क्या
तुझे हँसता देख मैं भी मुस्कुरा लू
तो चलेगा क्या
तेरी खुशियाँ भले बाट ना पाऊ,तेरे दर्द ही अगर बाटना चाहू
तो चलेगा क्या
जब भी बहुत याद आए तेरी,तेरे साथ थोड़ा वक्त काट लू
तो चलेगा क्या
तुझसे दोस्ती मैं कुछ इस तरह निभा लू
तो चलेगा क्या
तेरी सोहबत में मैं खुद को पा लू 
तो चलेगा क्या
जब रहू मैं उदास एक गुज़ारिश ऐसी कर लूं 
तो चलेगा क्या
टूटने लगे जब हौसले मेरे,तेरा साथ पाने की ख्वाहिश कर लूं 
तो चलेगा क्या
 


तारीख: 12.04.2024                                    चेतना पोरवाल









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