मास्क एक लाभ अनेक

किसी जमाने में नकाब महिलाओं की थी मजबूरी आज मास्क है जरुरी । यह साल 2021 का पूरे विश्व को  नायाब तोहफा है। इसे कंपलस्री मान कर मत चलिए। इसके अनेकों लाभ हैं।
       इसे हमेशा लगा कर रखिए। जब आप दोपहिया वाहन पर हेल्मेट और मास्क पहन कर किसी ‘अन्य’ के साथ निकलते या निकलती हैं तो किसी का बाप भी  आपको पहचान नहीं सकता। मेकप कैसा भी हो....कोई फर्क नहीं पैंदा जी। लिप्स्टिक साड़ी या सूट से मैच कर रही है या नहीं, इसकी भी नो टेंशन। हां ! मास्क का डिजाइन और रंग आपकी साड़ी या सूट से जरुर मैच करना चाहिए।मल्टी कलर मास्क उपलब्ध हैं। अब तो डिजाइनर मास्क भी आ गए हैं। विवाह में जयमाला डालने के समय गोल्डन या मैरुन कलर के। बेहद खूबसूरत जरी से कशीदाकारी किए हुए। हर मौके के लिए अलग तरह के मास्क। कितने ही बेरोजगारों को मास्क ने रोजगार दिए हैं। मास्क की मास प्रोडक्शन चालू आहे। घर घर   लघु उद्योग लग गए लॉक डाउन की कृपा से ।
आप किसी दोस्त के बेतुके चुटकुलों पर मुस्कुराना  नहीं चाहते तो भी मास्क के पीछे आपकी भावनाएं छिप जाएंगी। उसकी बोरिंग बातों पर उबासी लेना चाहते हैं, खुल के लें, पता नहीं चलेगा। ऐसे कवि सम्मेलनों में जाना पड़े जहां आपके मित्र कविता पाठ कर रहे हों और आपको औपचारिकता निभानी हो तो एक मुस्कुराहट की आकृति वाला मास्क पहन कर जाइये। बस ,जब सब दाद  दें आप भी हाथ मटका दीजिए। पत्नी का मूड टाइट है तो भी ,घर लौटते समय पत्नी को अपनी भावनाएं दिखाने में भी यह काम आएगा।
       किसी गंभीर मौके पर किसी की बेवकूफी पर हंसी आ रही है, तो भी आप सेफ हैं। दांत गंदे हैं, टूटे हैं, पान या खैनी से रंगे हुए हैं, या बिना डंेचर के हैं , नो प्राब्लम! कितना हमनवां है आपका मास्क। दाढ़ी मूंछें सफेद हो गई हैं, डाई करने का वक्त नहीं मिल रहा, चलेगा। बस मास्क लगा कर रखिए।
छात्रों को क्लास टीचर के लंबे लेक्चर से  उबासी आ रही है, एक बार नहीं सौ बार लीजिए। आप किसी बॉस की किसी सीरियस मीटिंग में हैं,डोंट वरी।यदि आखों पर हल्के गहरे रंग का नजर वाला या कलर वाला चश्मा भी चढ़ा है तो आप हंड्रे्ड परसेंट सेफ हैं। भाषण के दौरान आराम से झपकी लीजिए और उबासिये। किसी को चिढ़ाने का मन करे, जी भर के मुंह चिढ़ाइये। आपके मन की हो जाएगी, अगले को पता तक नहीं चलेगा। भड़ास निकालने का सबसे सुरक्षित हथियार है मास्क। सांप भी मर जाए और लाठी भी न टूटे। अगले की बात पर मुंह टेढ़ा करने का जी कर रहा है, हांेठ टेढ़े करें या मेढ़े कुछ पता नहीं चलेगा। बाजार या किसी महफिल में किसी हसीना को देखते ही आपकी जीभ लपलपाने लगती है ,डांेट वरी। न श्रीमती भांप पाएंगी न हसीना और आपका शरीफ आदमी का टाइटल एवर ग्रीन बना रहेगा।
       कर्जदार हैं, आराम से किसी भी दूकान के आगे से निकल जाएं। दूकानदार पीछे से आवाज लगाने का रिस्क नहीं ले सकता। जरा और सेफ होना चाहते हैं तो , किसी फिल्मी स्टार की फोटो वाला मास्क लगा लें। स्यापा ही खत्म। न रहेगा बांस न बजेगी बांसुरी । यानी आप उधार लेकर चैन की बंसी बजाएं। दुकानदार या उधार देने वाले की  बंसी बजती रहेगी।
       मास्क पहनने के कितने फायदे हैं। फायदा केवल आपको ही नहीं, न पहनने पर  सरकार  को भी है। हजार का चालान है। फिफ्टी फिफ्टी में और कई बार थोड़े में भी निपट जाता है। अब यह हमारे देश में पुलिस का जन्मसिद्ध अधिकार है कि वह आपके मास्क पर ध्यान रखे।
          लेकिन बंधु! जब तक कोरोना या इसका कोई भाई -बंधु, खुला या छुट्टा घूम रहा है, मुंह पर मास्क लगा कर रखिए ,कहीं ऐसा न हो एक दिन  बड़ा मास्क ओढ़ना पड़ जाए।
 


तारीख: 15.03.2024                                    मदन गुप्ता सपाटू









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