मैं तुम्हें क्या दूँ

कमल या फूल गुलाब दूँ ?
मैं सोचती हूँ , तुम्हें क्या खिताब दूँ ?
हवा को कह दूँ  झूमे तुम्हारे आने पर ?
फूलों की बरसात उसके साथ दूँ ?
मैं सोचती हूँ तुम्हें क्या जवाब दूँ…?

पाती लिखूँ या ईमेल से तार दूँ  ?
पढ़-पढ़ के जो दिल न भरे,ऐसी कुछ सौगात दूँ ?
सितारे बिखेर दूँ , चाँद के आर पार दूँ ?
मैं सोचती हूँ तुम्हें क्या जवाब दूँ…?

मेंहदी की खुशबू आँखों का छलकता प्यार दूँ ?
जो लब से कह न सके , धड़कते दिल का इज़हार दूँ ?
तुम आओ मेरे आगे ढूँढती नजरों का सलाम दूँ ?
मैं सोचती हूँ  तुम्हें क्या जवाब दूं…?

सदियों की तड़प,खुद की बेख्याली,
जर्रे जर्रे में बसी तुम्हारी खुशबू का हिसाब दूँ ?
तुम चंदन,मैं खुशबू,लिपटकर तुमको प्यार दूँ ?
मैं सोचती हूँ  तुम्हें क्या जवाब दूँ…?


तारीख: 26.04.2024                                    नीतू झा









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