तेरी मेरी कहानी में


चाहत के मौसम हो, यादों की बारिश 
हो 
तेरी मेरी कहानी में, एक नए मौसम का आना  
हो 
थोड़ा प्यार का इजहार हो,थोड़ी दोस्ती का 
खुमार हो
तेरी मेरी कहानी में, एक नए रिश्ते का आना 
हो 
बातों की नदीयां हो, एक दूजे का किनारा 
हों 
तेरी मेरी कहानी में,एक नई नदी का आना 
हो 
यादों का समन्दर हो,एक दूजे के अन्दर 
हों 
तेरी मेरी कहानी में, एक नए आवास का
आना हो 

दिलों की हेराफेरी हो, मुलाकातों में ना देरी हो
तेरी मेरी कहानी में, एक नए एहसास का आना हो

एक दूसरे पे ऐतबार हो, एक दूसरे से इकरार हो
तेरी मेरी कहानी में, एक नए मोड़ का आना हो

जज्बातों की sharing हो, एक दूसरे की caring हो
तेरी मेरी कहानी में , एक नए चांद का आना हो

एक दूसरे के गले मिलना हो, एक दूसरे के साथ रोना हो
तेरी मेरी कहानी में, एक नए पड़ाव का आना हो

हाथों में हाथ हो, चांदनी भरी रात हो
तेरी मेरी कहानी में, एक नई रात का आना हो

मोमबत्तियों से सजी मेज हो, फूलों से लदा सेज हो
तेरी मेरी कहानी में, एक नई शुरुआत का आना हो

जोर से बहती हवाएं हो, तेजी से भागता बाइक हो
तेरी मेरी कहानी में, एक नए रफ्तार का आना हो

मीठी मीठी पकवान हो, पूचके की दुकान हो
तेरी मेरी कहानी में, एक नए स्वाद का आना हो

रोज रोज का मिलना हो, रोज का साथ घूमना हो,
तेरी मेरी कहानी में, एक नए सफर का आना हो 

पायलों की छम छम हो, बिंदियां का चम चम हो
तेरी मेरी कहानी में , एक नई चमक का  आना हो


तारीख: 03.04.2024                                    निकिता कश्यप









नीचे कमेंट करके रचनाकर को प्रोत्साहित कीजिये, आपका प्रोत्साहन ही लेखक की असली सफलता है