तुम भूल गए  


तुम भूल गए
जब मां ने गोदी में
तुम्हें उठाया था।
भूल गए जब मां ने
प्यारी सी झप्पी देकर
तुम्हें सुलाया था।
तुम भूल गए जब मां ने
तुमको चलना सिखलाया था।
तुम भूल गए जब मां ने
अमृत सा दूध पिलाया था।
तुम भूल गए जब मां की
मीठी लोरी कानों में गूंजी थी।
तुम भूल गए वह स्नेहमयी
परिवार ही जिसकी पूंजी थी।
उसने सब प्यार दिया तुमको
कितना तुमको दुलराया है।
कितने तुम आज स्वार्थरत हो
उस मां को भी बिसराया है।
कितने निर्दयी हुए हो तुम
मां को न तनिक भी याद किया
मां को वृद्धाश्रम छोड़ दिया
तुमने कैसा यह पाप किया?
तुम भूल गए.................।।
                                  
 


तारीख: 09.04.2024                                    जितेंद्र मिश्र









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