अपने इमानदारी की बेबसी पे मायुस न हो खोकर आत्मसम्मान कभी चापलूस न हो । मतकर मिन्नतें अपनी जाया किसी खुदगर्ज पे भूल जा तु उसे दिल में जिसके खुलूस न हो ।
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