यह एक दुखद और रोमांटिक ग़ज़ल है - "यूँ होकर रुसवा क्यों चल दिए तुम" इस ग़ज़ल को विजय यादव ने लिखा और गाया है। आप उनकी अन्य ग़ज़लें साहित्यमंजरी पर पढ़ सकते हैं: Click here
साहित्य मंजरी - sahityamanjari.com