प्यार मुझसे करो तो सही
मेरे' खातिर लड़ो तो सही
तीरगी खुद ही मिट जाए'गी
दीप बनकर जलो तो सही
कुर्सी' तुम को भी मिल जाएगी
कर्म से कुछ गिरो तो सही
जग ये' पीछे चलेगा मगर
पहले' कुछ तुम बनो तो सही
वो मुरादें करेगा पू'री
उसके' दर पर झुको तो सही
उन शहीदों के जैसे 'गगन'
मुल्क पर तुम मरो तो सही