चेहरे पर हैं मुस्कान, आँखें हैं नम, ज़रा पूछो तो

gazal shayari aukash kumar
चेहरे पर हैं मुस्कान, आँखें हैं नम, ज़रा पूछो तो
दिल में छुपी कहानी, गहरे गम, ज़रा पूछो तो।।1।।

खुशियों के मेले में, हर खुशी परेशान , ज़रा पूछो तो
राहों में बिखरे फूल, क्यों हैं वीरान, ज़रा पूछो तो।।2।।

बच्चों की हँसी में, छिपी क्या है थकान, ज़रा पूछो तो
उनके ख्वाबों में, क्यों है उड़ान बेजान, ज़रा पूछो तो।।3।।

महफिलें सजी हैं, पर हर दिल है सुनसान, ज़रा पूछो तो
रिश्तों की भीड़ में, क्यों है हर एक हैरान, ज़रा पूछो तो।।4।।

शहर की रौनक में, क्यों है उदासी की खान, ज़रा पूछो तो
इन बिखरे घरों में, क्या है टूटा अरमान, ज़रा पूछो तो।।5।।


तारीख: 27.01.2024                                    मुसाफ़िर









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