इश्क से फुर्सत मिले

तेरे इश्क से फुर्सत मिले , तो मैं कुछ काम करूं।

खुद को सौंप ही दिया है तुझे, बता और क्या तेरे नाम करूं।

अपने ख्वाबों आसमां में , तो बातें तुझसे बेहिसाब करूं।

तू चमकता सितारा है आसमां का,आ तुझे अपना मेहताब करूं।


तारीख: 13.04.2024                                    रूपक कुमार






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