बिन मीठा सब रूठा

प्रिया की शादी को चार महीने हो गए थे. शादी के एक हफ्ते बाद ही प्रिया और उसका पति मुंबई शिफ्ट हो गए थे. दोनों ही अपनी गृहस्थी की गाडी को बड़े प्यार से चला रहे थे.

प्रिया ने भी एक स्कूल ज्वाइन कर लिया था. प्रिया के स्कूल में १५ दिन की छुट्टियां थी, तो उसने सोचा क्यों ना सासु माँ को कुछ दिन अपने पास बुला लिया जाए.प्रिया के ससुराल में सास - ससुर, जेठ - जेठानी और उनके दो बच्चे हैं.

उसने अपने पति अखलेश से बात की. अखलेश उसकी बात सुनकर बहुत खुश हुआ. प्रिया ने अपने ससुराल फोन किया और सासु माँ से बात की और सपरिवार सभी को बुला लिया.

प्रिया ने सुबह से तैयारी शुरू कर दी. उसे ज़्यादा खाना बनाना तो नहीं आता था, फिर भी अपनी तरफ से उसने दाल चावल पूरी आलू और पनीर की सब्ज़ी बनाई.

अखलेश से कह कर उसने कुछ फल और बिस्कुट नमकीन भी मंगवा लिया. उसने घर को अच्छी से व्यवस्थित किया और सभी का इंतज़ार करने लगी.

तभी गाड़ी का हॉर्न सुनकर वह बाहर भागी और सभी को देखकर बहुत खुश हुई. उसने सभी के चरण छु कर आशीर्वाद लिया और बच्चों को भी खूब प्यार किया.

प्रिया ने सभी के लिए चाय बनाई और सभी से बहुत अच्छे से बात की. सभी नहा धोकर फ्रेश हो गए और डाइनिंग टेबल पर खाना खाने लगे. खाना सिंपल लेकिन स्वादिष्ट था. सभी ने खाने की खूब तारीफ की.

तभी उसकी जेठानी के बच्चे पूछने लगे- चाची मीठे में क्या है? प्रिया और अखलेश एक दूसरे को देखने लगे. सॉरी बच्चो... मीठा तो बनाना मैं भूल गई, क्योंकि मैं और अखलेश मीठा नहीं खाते इसलिए मुझे याद ही नहीं रहा.

प्रिया की बात सुनकर सभी का मुहं लटक गया. उनके लिए तो "बिन मीठा सब रूठा" जैसा लग रहा था.

तभी सासू माँ ने उसे अपने पास बिठाया और बड़े प्यार से समझाया. प्रिया खाने में मीठा का होना बहुत ज़रूरी होता है. हमारे खाने में मसालों का काफी प्रयोग होता है, जो पाचक रस और एसिड जारी करता है, जो यह निश्चित करता है की खाना सही तरीके से पच रहा है या नहीं. वही मीठी चीज़ों में कार्बोहइड्रेट होता है जिससे पाचन आसानी हो जाता है.

इसके अलावा मीठा खाने से एक ख़ुशी मिलती है हमारा स्ट्रेस लेवल भी कम होता है और मन शांत रहता है. वैसे तो शुगर से बनने वाली चीज़े हेल्दी नहीं होती इसलिए चीनी का प्रयोग कम करना चाहिए. मीठा बनाने के लिए गुड़ और ब्राउन शुगर का प्रयोग करना चाहिए जो खाने को पचाने में मदद करता है.

इसी तरह रिश्तों में भी अगर मिठास हो तो हर रिश्ता गहरा और मज़बूत बनता है. दूसरों से बोले मीठे बोल मन को लुभा जाते और दिल जीत लेते है.

बिलकुल सही कहा मम्मी जी आपने.. मैं आज ही रात को मीठा ज़रूर बनाउंगी. अरे आज रात तक का इंतज़ार क्यों ये लो गुड़ और तिल के लड्डू... मैंने घर पर ही बनाये है और सासु माँ मुस्कुराते हुए ने एक लड्डू प्रिया के मुहं में दाल दिया.


तारीख: 23.02.2024                                    मंजरी शर्मा









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