पलाश के फूलो की बनावट व् रंग सदा ही से मुझे आकृष्ट करते है यूँ तो सौभाग्य से बस्तरवासी होने के कारण हमे प्रकृति के समीप रहने का अवसर मिला है, पलाश के फूलो को अंग्रेजी में फारेस्ट फायर कहते है यानि वन की आग वर्तमान परिस्थिति में बस्तर की समस्या वन की आग और पलाश के दहकते फूल मुझे कुछ पर्यायी से लगे सो कुछ पंक्तिया बस्तर को समर्पित है
देखो वसन्त आया किवाड पर पूछे यही सवाल
बस्तर के वन और पहाड़िया हुई कैसे सुर्ख लाल
क्या यह वन की आग है या तुम हो मेरे पलाश
गर्मी की झुलसन सहते एक तुम हो वृक्ष विशाल
बस्तर की हरी भरी धरा ने इठला कर ओढ़ी चुनर केसरिया लाल
क्या यह वन की आग है या तुम हो मेरे पलाश
शोर हुआ गोलियों और बारूदों का बहा लहू वह भी लाल
शांत सा बस्तर हो व्यथित कह रहा अब बंद हो यह नरसंहार
क्या यह वन की आग है या तुम हो मेरे पलाश
पतझड़ भागा नयी कोपले भरकर छिड़ गया नव जीवन का राग
आशान्वित बस्तर पूछ रहा है अब में खेलु शांति की फाग
हाँ यह वन की आग है हां ये तुम हो मेरे पलाश