होली आई होली आई


होली आई होली आई....
रंग बिरंगी खुशीयां लाई।

होली खेले कृष्ण कन्हाई
दूर हुई सबकी तन्हाई।

होली है रंगों का त्योहार 
होली पर दुश्मन बन जाते यार।

मस्ती में सब उडायें गुलाल
सबके चहरे हो गये लाल।

उत्साह के रंग में सब रंग जाये
निराशा कहीं बचने न पाये।

होली  के रंगों में सब गए बहक
घर घर से आ रही गुजिया की महक।

आओ मिलकर होली मनाए
एक दूजे को रंग लगाए।


तारीख: 18.03.2018                                    विशाल गर्ग









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