कभी मुझको साथ लेकर,
कभी मेरे साथ चल कर,
वो बदल गए अचानक,
मेरी ज़िन्दगी बदल कर।
हुए जिसपे मेहरबान तुम,
कोई खुशनसीब होगा,
मेरी हसरतें तो निकली,
मेरे आंसुओं में ढल के।।
खुश रहो तुम सदा,
ये दुआ है हमारी,
अपनी हस्ती मिटाके,
तेरी ज़िन्दगी बना दी।।
मिल जाओ किसी मोड़ पे,
तो पहचान लेना,
ना समझ के हमदम,
बस इंसान समझ के।।
जी लेंगे हम अब,
इन लम्हों में डूब के,
सागर में बिन हवा के,
कोई कश्ती जो अटके।।