मेरे छाते में आकर बैठो लगे कोई हम जैसा हो। ,
आँखों में आँखें डाल सको तो लगे कोई समझौता हो।
थमे उंगलियां मेरे हाथों में लगे मुझे कोई बात हुई। ,
मेरी धड़कन को सुन पाओ तो लगे कभी कोई रात हुई।
कभी वाहों में आकर मेरे पागलपन से डर जाओ। ,
ठोंक ठोक कर छाती मेरी मेरे प्यार पर इतराओ।
बनू वही जो हर दम तेरे दिल के कोने में रहता हो। ,
आँखों में मुझको झांक सको तो लगे कोई समझौता हो।