बस इक दिन

कोई माँगे सोना चांदी,कोई जीवन राजा-सा
मैं बस माँगू इक दिन की आजादी, जो करूँ बस खुद से साझा
जी लूँ हर पल अपने तौर से ,
इक दिन ऐसा आ जाए
ना कोई बंधन ना जवाबदेही ,
बस,हवा खुली ताजा छू जाए
ना कुछ गलत ना कुछ सही,
बस पंख लगा कर उड़ जाऊँ
पूरी कर अपनी हर हसरत इक दिन में जिंदगी जी जाऊँ
उस दिन मैं बस मैं हूँ ,
कुछ और ना कहलाऊँ
एक दिन ऐसा मिल जाए ,
जब मैं खुद से मिल जाऊँ


तारीख: 14.04.2024                                    हेमलता









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