चलो माना 'वो' तुम्हें पसंद नहीं मगर क्या तुम भी गैरत मंद नहीं। नुक्स निकाल के खुश मत रहना बुराई करने से तो होगे बुलंद नहीं । पेश तो करो नई मिसाल तुम कोई बस बन जाना कोई जयचन्द नहीं।
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