"चीनी"नहीं "मेड इन इंडिया"को अपनाओ।
"चीनी" का बहिष्कार कर देश की सेहत बनाओ।
चीनी न तो मानव तन के लिए अच्छी है।
आज के दौर में "चीनी" सबसे बड़ा नरभक्षी है।।
गर चीनी का बहिष्कार कर स्वदेशी को अपनाएंगे,
तो हम पूर्णतः आत्मनिर्भर कहलाएंगे।
आत्मनिर्भर होना,देश की बेजोड़ अर्थव्यवस्था के लिए ज़रूरी है।
बस चीनी उत्पादों एवं वायरस से दो गज की दूरी ज़रूरी है।
आधुनिक दौर में जो ऐसा कर पाएगा,
वो ही सच्चा देशभक्त कहलाएगा।
चीनी उत्पाद सस्ते और बेजान है।
पर हमारी देशभक्ति में तो जान है।।
तो क्यों ना "चीनी" को त्यागे,
स्वदेशी को अपनाएं
और निज देश की सेहत दुरुस्त बनाए।