देखा विरोधियों का चेहरा कैसे खिल गया आखिर सियासी ओक्सिजन जो मिल गया । जलती चिताएँ,बिलखते लोग,चुनावी जीत विदेशी मदद,आत्म निर्भर भारत हिल गया । नुक्स निकालना,गलियाँ देना,और कोसना विपक्षियों को दिल का सकुन मिल गया ।
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