हमारी हिंदी से ही हमारी पहचान

हमारी हिंदी से ही हमारी पहचान...

ह और द के बीच लगा दी बिंदी;
तो बन गई हिंदी???
न न...
मातृभाषा है हमारी हिंदी;
भारत के माथे की है बिंदी...
हम भारतवासी हैं;
गर्व है हमें, हम हिंदी भाषी हैं... 


सिर्फ भाषा ही नहीं; ये है हमारा प्यार;
हमारी संस्कृति का है आधार...
हमारे भारत की है शान;
हमारी ख़ुद की है पहचान...
क्यों करते हो इसको बदनाम??
शर्म नहीं;
हिंदी ही तो हमारा अभिमान;
हमारी हिंदी से ही हमारी पहचान...


तारीख: 04.02.2024                                    मंजरी शर्मा









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