पागल दिल


अपने कंधे पे सर रख कुछ रो लेने दो
मुझे कुछ सुकून मिल जाए
अपने साथ मुझे थोड़ा मुस्कुरा लेने दो
ये पागल दिल थोड़ा संभल जाए

इस रिश्ते को बेनाम रहने देते है,
इस नदी को ऐसे ही बहने देते है।
जो मेरे मन में है
       उसकी तुझे खबर है
तुझे पाया है,तो एहसास है,
अब तुझे खो न दूं, ये डर है।
मेरी डर को मेरी हिम्मत का
     ताज पहनने दो
मेरे दिल के हालात बदल जाए
अपने साथ मुझे थोड़ा मुस्करा लेने दो
ये पागल दिल थोड़ा संभल जाए


मैं तुम्हारे अतीत में नहीं था
लेकिन हूं न तेरे वर्तमान का हिस्सा 
मेरे हिस्से में तू है,
   तू भी मुझे अपने हिस्से में रख लो
मैं तुझे अपना कह सकूं,
  मुझको तुम इतना सारा हक दो
फ़ुरसत के पलों में कभी मेरे बारे 
       अपने दिल को सोचने दो
मन मेरा खुशी से मचल जाए
अपने साथ मुझे थोड़ा मुस्कुरा लेने दो
ये पागल दिल थोड़ा संभल जाए।


तारीख: 11.05.2024                                    राज यादव




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