.
लौट आया हूँ आज से मै अपने काम पे कर्तव्यों को ले जाना है मुझे मुकाम पे । जुट जाना है शागिर्दों को फिर सँवारने मे करनी है भविष्य मजबूत उनके नाम पे।
साहित्य मंजरी - sahityamanjari.com