अपाहीज़

खुद को
बड़ा ही
असहज
असहाय
अपाहिज
सा पाता हूं
जब
सिवाय लिखने  के
कुछ
नही
कर पाता हूँ।


तारीख: 13.02.2024                                    अजय प्रसाद









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