सीरत पे नहीं सूरत पे जो मरते हैं ,
वही मोहब्बत को बदनाम किए फिरते हैं।
इनका मयस्सर नहीं होता जिंदगी भर साथ देना ,
ये हर मोड़ पर फिसला करते है।
ख़ुद को तो समझते नहीं,
और मोहब्बत को तबाह किए फिरते हैं।