मुट्ठी में आसमान होता था,
अपने पैरों में जहान होता था |
रातों में चाँद निहारा करते थे,
तारे कंचों से मारा करते थे |
गर्म लू में खेला करते थे ,
सब हंस कर झेला करते थे |
मुस्कान चेहरों पर रहती थी,
आओ खेलें ….
हर चिड़िया चहका करती थी |
दौड़ दौड़ कर हांफा करते थे,
सर्द में होंठ फड़ फड़ काँपा करते थे |
सायद हम राजदुलारे होते थे,
सबको जान से प्यारे होते थे