उसे भारत भूमि कहते है

जहाँ देश को दर्जा माँ का है
जहाँ माँ को देवी कहते है
जहाँ भावनाओं की गंगा बहती
उसे भारत भूमि कहते है ।।

जहाँ भाँति भाँति की वेषभूषा
जहाँ भाँति भाँति की भाषा है
जहाँ हर जाति का बसा बसेरा
उसे भारत भूमि कहते है ।।

जहाँ संस्कृति एक गहराई है
जहाँ आयुर्वेद बड़ी पढ़ाई है
जहाँ युवावर्ग की फौज खडी
उसे भारत भूमि कहते है ।।

जहाँ विविध धर्म का ज्ञान है
जहाँ आधुनिक एक सम्मान है
जहाँ झुकती अदब में है गर्दन
उसे भारत भूमि कहते है ।।


तारीख: 17.03.2018                                    शशिकांत शांडिले




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