वो बात अब नहीं है

 जिनका साथ था कल तक , वो साथ अब नहीं है
जिनका हाथ था सर पर , वो हाथ अब नहीं है
चाहतें तो हैं , पर चाहतों में वो आग अब नहीं है
ज़िन्दगी तो है, पर ज़िन्दगी में वो बात अब नहीं है


तारीख: 22.03.2025                                    शीलव्रत पटेरिया




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