उसकी महफिल

उसकी महफिल से निकाला गया
कुछ इस तरहा मुझे संभाला गया ।
मैं तो डूब चला था इश्क़ में उसके
मुझे अच्छी तरह से खंगाला गया ।
आपको तरक्की मुबारक हो हुजूर
छिना तो गरीबों का निवाला गया ।
जिन हादसों में लोग जान गंवाते हैं
मुझे उन्हीं हादसों में है पाला गया ।
वक्त हमेशा से ही रहा मेरे खिलाफ
मेरे हर आज को कल पे टाला गया।
खुदा भी खुश है अपनी कामयाबी पे
था बला अजय जिसको टाला गया ।


तारीख: 20.02.2024                                    अजय प्रसाद









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