आधुनिक नारी की सफलता


क्या कहूँ तुम्हें अब मैं मित्रो,
नारी की ग़ज़ब कहानी।
सफल होने की उसकी गाथा,
मित्रो, बड़ी पुरानी है।

संघर्षों के साथ करे वह,
अपने जीवन की शुरुआत।
अमिट अधूरे स्वप्न लेकर,
साथ चले वह दिन-रात।

अपनी पहचान बनाने को वह,
पूरी ताक़त का करे प्रयोग।
अनथक क़दमों से चले वह,
चाहे जीवन में कोई योग न दे।

अप्रत्याशित जीवन उसका,
चमत्कार की करे वह आशा।
लेकिन फिर भी उसके क़दमों पर,
कोई शख़्स न करे भरोसा।

आदिकाल से उसका जीवन,
संघर्षों का रहा पुलिंदा।
लेकिन फिर भी उसके क़दमों की,
बराबरी न करे कोई बंदा।

उसके जीवन के हर चरण में,
संघर्षों की संख्या बढ़ती।
लेकिन फिर भी हर सीढ़ी पर,
सफलता उनके क़दम चूमती।

सौभाग्यवती है वह नारी,
जिसको पति का मिले सहयोग।
और पति के साथ-साथ,
परिवार हमेशा उनका दे योग।

फ़ॉर्म भरने से लेकर के,
कार्यग्रहण करे वह जब तक।
नारी की सफलता तब तक चलेगी,
जब तक पति का साथ मिलेगा।

लेकिन फिर भी जिस नारी ने,
बाधा पार कर मुक़ाम पाया।
उसको जीवन में कोई न,
अपने रस्ते से हटा पाया।

बबीता प्रकाश ने तृतीय श्रेणी से,
शुरुआत की अपने सफ़र की।
लेकिन उनके इस सफ़र में,
पति ने भी महिमा मंडित की।

अविस्मरणीय रहा जो दौर,
उसकी अमिट कहानी है।
इसलिए मैं कहती हूँ मित्रो,
नारी की ग़ज़ब ज़िंदगानी है।


तारीख: 20.05.2025                                    बबिता कुमावत




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