गुरु गुण लिख्यो न जाय

           ( रूप घनाक्षरी छन्द )

 

 

          गुरु गुण लिख्यो न जाय

 

 

दिखलाया दुनिया को कर्म का पवित्र पथ,

            सीधा-सादा सत्यसेवी सच्चा मानव महान।

निर्विकार निर्लिप्त निर्भय नामचीन नाम,

               मानव-मानव को जोड़कर जोड़ा जहान।

गुरु गुणी प्रेम पुजारी पाखण्डों का कृतान्त,

                “मारुत” माने मानवता महाकवि महान।

नमन नतमस्तक करबद्ध करे कवि,

             सिखाया सहजता से जीवन जीना जहान।।

 

 

 

 


तारीख: 15.06.2025                                    पवन कुमार "मारुत"




रचना शेयर करिये :




नीचे कमेंट करके रचनाकर को प्रोत्साहित कीजिये, आपका प्रोत्साहन ही लेखक की असली सफलता है