उस दिन तिरंगा लहराया था,
आज़ादी का सूरज फ़लक पे आया था,
आज,
खोया हुआ ताज फिर से हमने पाया था,
स्वतन्त्रता दिवस हमने मनाया था।
उन दिनों को याद करें,
जब आज़ादी हमें मिली थी,
उन जवानो को याद करें,
आज़ादी के लिए जिसने शहादत दी थी।
आज़ादी कि इस शुभ दिन का
एक अलग आयाम बनाना है,
देश को आगे बढ़ाने में
हमे अपना हाथ बढ़ाना है,
हैं कहाँ हम, ये हमे जानना है
बस थोड़ी-थोड़ी सी कोशिश करके
दुनिया मे नाम बनाना है।
‘इंडिया’ में अपने‘भारत’ को ज़िंदा रखना है,
आज़ादी को अब सही मायेने मे चखना है,
बहुत हो गया जोड़ तोड़ इस देश का
दुस्साहस ये किसी का हमे ही बंद करना है,
करे लाख कोशिश कोई हमे ज़ुदा करने की,
पर, हाथ से हाथ मिला कर,
दिल मे प्यार बैठा कर,
हमें साथ साथ ही रहना है।
आओ करें प्रण हम,
इस स्वतन्त्रता दिवस पर,
अपने देश को सारे प्यार करे,
भेदभाव और जाति-पाति को भुलाकर,
ना किसी से तकरार करें,
करें जो भी, रहे जहां भी
विश्व पटल पर नाम ऊंचा भारत का करें।
एक शोर अपने दिल से उठाएँ,
करें बाते ऐसी कि ना कोई हो आहत,
गर्व हो हमेशा कहने में हमें
जय हिन्द, जय भारत